देश का सबसे लंबा 637 किमी का एक्सप्रेस-वे बनेगा, सच: महाराष्ट्र में 701 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे का 30% काम पूरा

उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को 2020-21 का बजट पेश किया। विधानसभा में  वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना की तरफ से पेश बजट में नई योजनाओं के लिए 10 हजार 967 करोड़ का बजट आवंटित किया गया। इन योजनाओं में ही एक है मेरठ से प्रयागराज तक का एक्सप्रेस वे। 637 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे को बनाने के लिए 2 हजार करोड़ की व्यवस्था बजट में की गई है।


सिर्फ इतना ही नहीं, सरकार ने इस गंगा एक्सप्रेस वे को देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे भी बताया है। हालांकि, योगी सरकार के इस दावे पर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं। दैनिक भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि मौजूदा समय में देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे 701 किमी. का महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेस वे है।


गंगा एक्सप्रेस वे की कहानी



  • गंगा एक्सप्रेस वे की कहानी प्रयागराज में पिछले साल लगे महाकुंभ से शुरू हुई थी। 29 जनवरी 2019 को जब योगी कैबिनेट की महाकुंभ में बैठक हुई थी, तब इस एक्सप्रेस वे बनाने की घोषणा की गई थी। कैबिनेट ने इसकी मंजूरी भी दी थी।

  • प्रयागराज में तब मुख्यमंत्री योगी ने बताया था कि गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से प्रयागराज पहुंचेगा।

  • इसकी लागत 36 हजार करोड़ बताई गई। तब उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे बताया था। हालांकि, अब राज्य सरकार इसे देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे बता रही है।